इश्क, मोहब्बत और पैसा"
प्यार के बारे में बात करने के लिए कोई एक दिन नहीं होता है! खासकर प्यार और पैसा के बारे में। deadly combination वाला touchy टॉपिक है ये। लेकिन अगर आप और हम इस टॉपिक पर खुल कर बात नहीं करेंगे तो रिश्ते में खटास आ सकती है, क्योंकि हम सब जानते हैं Money can make or break relationships.
देखिए नज़रे मिल – दिल धड़का – मेरी धड़कन ने कहा – love you whatever वाली स्टेज पर तो पैसे वैसे की बात नहीं कर सकते, लेकिन जब थोड़ा वक्त साथ बिताने के बाद बहुत ज़रूरी है ये चेक करना कि आपकी और उनकी फाइनेंशियल compatibility है कि नहीं। मतलब आप दोनों की priorities –पैसे को लेकर, फाइनेंशियल गोल, खर्च करने की आदत – इसमें तालमेल है कि दोनों poles apart हैं?
क्यों ज़रूरी है ये हम आपको एक उदाहरण से समझाते हैं। हमारी दोस्त शादी के पहले अपने पतिदेव को बहुत कम वक्त के लिए जानती थी। जितनी मुलाकातें हुई उसमें पार्टी शार्टी, दोस्तों से मिलना, फैमिली के बारे में बातचीत – बस उतना ही। उसे इतना समझ आ गया था कि होने वाले पतिदेव खर्चीले तो हैं। लेकिनउसने इस पर गौर नहीं किया। उन्होंने कभी एक दूसरे की सैलरी नहीं पूछी,पैसों पर कोई बात नहीं की ... और शादी हो गई। शादी के बाद जब थोड़ा और वक्त बिताया तो मालूम हुआ कि दोनों की पैसे से जुड़ी आदतें, बचत, निवेश, बहुत अलग हैं। पतिदेव की कमाई अच्छी थी लेकिन सेविंग में एक पैसा नहीं। YOLO – You only live once – को वो दिल से फॉलो करते थे। महंगी चीजों, पार्टी करने, घूमने के बेहद शौकीन.. और इसका रिजल्ट - क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बिना सोचे समझे करना। क्रेडिट कार्ड का आउटस्टैंडिंग भी ठीक ठाक था। और हमारी दोस्त उनके उलट थी। अच्छी चीजों का शौक उसे भी था लेकिन वो सस्ता, सुंदर, टिकाऊ की फिलॉसफी फॉलो करती थी।वो हर महीने निवेश कर रही थी, अकाउंट में हमेशा एक तय रकम होती ही थी और क्रेडिट कार्ड का तो सवाल ही नहीं था। दोस्त के पति को पैसे को लेकर कोई बातचीत करना सख्त नापसंद था और वो हो थी परेशान, क्योंकि उसकी सेविंग खत्म हो रही थी। वो दोनों अच्छे इंसान, एक दूसरे से मोहब्ब्त करने वाले लेकिन पैसे को लेकर compatibility एकदम नहीं। और हम अपने अनुभव से बात रहे हैं कि आपक कितने भी अच्छे इंसान हो, कितनी भी मोहब्बत करने वाले, लेकिन अगर financial compatibility नहीं है तो आज नहीं तो कल, दरार आएगी ही। फिर खूब सारी लड़ाईयों, बहस, के बाद उनकी ज़िंदगी में एक turning point आया, और उसके बाद पतिदेव का attitude बदला, और आज का आलम ये है कि पतिदेव का अपना पोर्टफोलियो है, उन दोनों को एक दूसरे की कमाई, बचत निवेश सब कुछ पता है। वो दोनों बात करते हैं अपने अपने पोर्टफोलियो पर, और यकीन मानें, ये compatibility बहुत सुकून लाती है जिंदगी में।
तो अगर आज तक आपने अपने पार्टनर से पैसे के बारे बातचीत नहीं की है, तो इंतजार ना करें, आज ही शुरूआत करें। डर लगता है कि कैसे – तो ये रहे कुछ conversation starters:
अगर नया नया रिश्ता है, तो बहुत सीरीयस सवाल जवाब करने की ज़रूरत नहीं है। पूछ सकते हैं कि - Are you saving up for anything you love at the moment?. देखिए कुछ वक्त से तो आप उन्हें जानते ही हैं और उनकी पसंद या नापसंद का अंदाजा तो होगा ही। जैसे मान लें कि आपके पार्टनर को हाई एंड बाइक का बहुत शौक है- तो उनसे पूछ सकते हैं कि कौन सी बाईक लेने का मन है, कितने की है और उसके लिए पैसे बचा रहे हो क्या? और जवाब को गौर से सुनें। उनका जवाब आपको आइडिया देगा कि वो खर्चीले हैं कि बचत करने वाले हैं
एक सवाल जो थोड़ा सीरीयस साउंड करता है लेकिन जब करेंगे तो ये भी दिखाएगा कि आप सामने वाले को और समझना चाहते हैं – सवाल है – कि पैसा क्या मायने रखता है आपके लिए। इसका जवाब बताएगा कि पैसा उन्हें कैसे मोटिवेट करता है। क्या उनके लिए पैसा – फाइनेंशियल फ्रीडम है, क्या पैसा उन्हें सिक्योरिटी देता है? मेरी दोस्त ने इस तरह का सवाल तो नहीं किया था अपने पति से – लेकिन वो बताती है कि बात चीत के दौरान वो कई बार कहते थे – I don’t care about money 😊 उस वक्त तो दोस्त ने इसपर गौर नहीं किया था। और हां, एक बात और, जवाब ज़रा खुले दिमाग से सुनें – left right center जज करने की ज़रूरत नहीं है। याद रखें कि आप अपने पार्टनर को समझने की कोशिश कर रहे हैं।
अब एक सवाल जो जितना अहम है, उतना ही uncomfortable भी। और वो सवाल है – कमाते कितना हो ? अब गौर से सुनिए – इस तरह के सवाल को बहुत प्यार से पूछें और ये टोन रखें conversation का कि आप क्योंकि उनके साथ अपना भविष्य देख रहे हैं, तो ज़रूरी है ये जानना कि आप दोनों कैसे एक बढ़िया लाइफ गुज़ार सकते हैं। किस तरह की लाइफ स्टाइल मेनटेन कर सकते हैं। साथ ही सिर्फ सवाल ना करें – अपनी भी बताएं – इससे आप दोनों के बीच एक फाइनेंशियल भरोसा बनेगा।
एक और सवाल हो सकता है – फाइनेंशियल गोल्स क्या हैं आपके ? बहुत ज़रूरी है जानना कि आपके पार्टनर के ambition क्या हैं, ताकि आप दोनों की सोच फाइनेंशियल भविष्य को लेकर aligned हो। बहुतों के लिए – रिश्ते में पैसे को लेकर पहला टेस्ट – पहली प्रॉपर्टी खरीदने के वक्त आ सकता है। हमारा तो आया था। और वही हम दोनों के लिए turning point भी था। बहुत ज़रूरी है कि गोल्स दोनों के clear हो और realistic हो।
बातचीत में कभी कभी ये भी पूछें कि अगर मैंने तुम्हें बिना बताए 10,000 खर्च कर दिए तो क्या तुम्हें बुरा लगेगा...अगर 1 लाख खर्च कर दिए तो कैसा लगेगा- इससे पता चलेगा कि क्या आपका पार्टनर आपके खर्च को लेकर total transparency चाहता है। क्या आप खुद अपने पार्टनर के हर छोटे बड़े खर्च के बारे जानना चाहेंगे? हम अपना बता सकते हैं कि हम दोनों एक दूसरे से पूछते नहीं हैं अब, जिसको जब comfortable लगे, बता देता है। पहले हम हमेशा पूछते थे क्योंकि हमको बड़ी कोफ्त होती है इनके बेवजह के खर्चे से। अब लेकिन हालात अलग है।
एक और extremely अहम सवाल – कर्ज कितना है सर पर... और इस सवाल का जवाब जानना बहुत ज़रूरी है। हमने अपनी ज़िंदगी में, और बहुत करीबी लोगों की ज़िंदगी में देखा है कि कर्ज की जानकारी शेयर नहीं करने से कितनी दिक्कत आती है। आमतौर ये कर्ज पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड से जुड़ा होता है और जब ये तब सामने आता है, तो यकीन मानें, बहुत बुरा लगता है। Just imagine, आप दोनों पैसे सेव कर रहें है, किसी भी लक्ष्य के लिए और आप खुश हैं कि आपका कॉरपस एक लेवल जैसे 25 लाख तक पहुंच गया है और एक दिन आपके पार्टनर बताते हैं कि उनके ऊपर 10-12 -20 लाख का लोन है और वो actually debt trap में हैं! गई सारी सेविंग पानी में ! अब फिर से शुरू से शुरू करना होगा। इसलिए अगर हाल फिलहाल में शादी करने का इरादा हो, तो इस सवाल का जवाब तो ज़रूर लें। होता क्या है ना कि affair वगैरह में एक दूसरे को impress करने के लिए हम लोम क्रेडिट कार्ड पर बहुत कुछ खरीद लेते हैं और कई जगह इस्तेमाल कर लेते हैं और अधिकतर दिक्कत यहीं से शुरू होती है। एक बात और कर्ज होना, हमेशा बुरा नहीं होता। कई लोग पढ़ाई के लिए कर्ज लेते हैं जो एकदम वाजिब है। और जब तक कर्ज चुकाने का प्लान in place है तो चिंता की कोई बात नहीं।
आखिरी चीज – हो सके तो एक दूसरे के क्रेडिट स्कोर की भी जानकारी ले लें। आज शादी नहीं हई है, कल तो होगी, फिर कई चीजों के लिए शायद ज्वाइंट लोन लेंगे – तो उसके लिए ज़रूरी है हेल्दी क्रेडिट स्कोर।
तो ये कुछ conversation starters हैं जो आपको एक दूसरे की फाइनेंशियल ज़रूरत, लक्ष्य और आदत जानने में हेल्प करेंगी। मकसद ये नहीं है कि अगर financial alignment नहीं है तो रिश्ता खत्म कर देंगे, बल्कि मकसद ये होना चाहिए कि अगर मिसमैच है दो लोगों की आदतों में तो उस पर बात करके, काम करके, financial alignment, फाइनेंशियल compatibility को ज़िंदगी में ले कर आना है, ताकि रिश्ते में पैसे को लेकर दरार ना आए।
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